नरेश गोयल

Naresh Goyal Biography in Hindi

जन्म: 29 जुलाई 1950, संगरूर, पंजाब

कैरियर/व्यवसाय/पद: जेट एयरवेज के संस्थापक अध्यक्ष

नरेश गोयल एक भारतीय उद्योगपति और भारत के प्रसिद्द एयरलाइन्स जेट एयरवेज के संस्थापक अध्यक्ष हैं। उन्होंने जेट एयरवेज की स्थापना सन 1993 में की। वर्तमान में जेट एयरवेज हर रोज 74 जगहों से लगभग 300 से ऊपर उड़ाने भरती है। इस समय जेट एयरवेज भारत की दूसरी सबसे बड़ी एयरलाइन है। फ़ोर्ब्स पत्रिका द्वारा जारी किये जाने वाले भारत के सबसे धनि व्यक्तियों/अरबपतियों में नरेश गोयल का नाम भी सुमार है।

नरेश गोयल
स्रोत: https://en.wikipedia.org/wiki/File:Naresh_Goyal_in_Bombay_in_Nov_2008.jpg

प्रारंभिक जीवन

नरेश गोयल पंजाब के संगरूर में नाभा गेट स्थित एक आभूषण व्यापारी के घर 1949 में पैदा हुए। उन्होंने एक गवर्नमेंट स्कूल (राज हाई स्कूल फॉर बॉयज) से कक्षा  6 तक की शिक्षा प्राप्त की। जब वह 11 साल के थे तब उनके परिवार को गंभीर आर्थिक  गुजरना पड़ा और उनका घर भी नीलाम हो गया। उसके बाद नरेश अपनी माँ के चाचा के घर पर रहने लगे। 18 साल की अम्र में उन्होंने ने शिक्षण की डिग्री ले ली।

कैरियर

उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक कैशियर के तौर पर की। उन्होंने अपने मामा सेठ चरण दास राम लाल के लिए काम करना शुरू किया। उनके मामा का ट्रैवल एजेंसी का व्यवसाय था। नरेश गोयल ने 1967 में वाणिज्य में स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद लेबनान इंटरनेशनल एयरलाइंस के लिए जनरल सेल्स एजेंट के तौर पर कार्य आरम्भ किया। 1967 से 1974 तक उन्होंने कई विदेशी एयरलाइनों के साथ जुड़ कर एयरलाइन कारोबार की पेचीदगियों को सीखा।

नरेश गोयल ने मई 1974 में जेट एयर (प्राइवेट) लिमिटेड की स्थापना की, जिसका उद्देस्य भारत में विदेशी एयरलाइनों के बिक्री और विपणन सम्बंधित ऑपरेशन्स देखना था। नरेश गोयल ने यातायात पैटर्न, मार्ग संरचनाओं, और परिचालन अर्थशास्त्र और उड़ान का समय निर्धारण जैसी महत्वपूर्ण पहलुओं पर कार्य किया। उनके अनुभव और एयरलाइन कारोबार की बारीकियों की जानकारी ने उन्हें भारतीय उड्डयन इंडस्ट्री का एक महत्वपूर्ण व्यक्ति बना दिया।

सन 1991 में जब भारत सरकार ने नई आर्थिक नीति के तहत भारतीय अर्थव्यवस्था को खोलने का कार्य शुरू किया तब नरेश गोयल ने भारत सरकार के खुले आकाश नीति का फायदा उठाया और भारत में घरेलू सेक्टरों पर अनुसूचित हवाई सेवाओं के संचालन के लिए जेट एयरवेज की स्थापना की। जेट एयरवेज ने  5 मई 1993 को वाणिज्यिक परिचालन शुरू कर दिया।

वर्तमान में जेट एयरवेज भारत की दूसरी सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी है। जेट एयरवेज का मुख्यालय भारत के वाणिज्यिक राजधानी मुंबई में स्थित है। इसके अलावा चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु और दिल्ली में भी कंपनी के महत्वपूर्ण कार्यालय हैं। स्थापना से लेकर अभी तक जेट एयरवेज को कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। सन 2005 में जेट एयरवेज ने अपना IPO निकला जो बहुत सफल रहा।

जनवरी 2006 में जेट एयरवेज ने ऑल-कैश-डील (नकद सौदा) के तहत भारत के सहारा एयरलाइन्स को खरीदने की घोषणा की। यह भारतीय उड्डयन जगत के इतिहास का सबसे बड़ा सौदा होता और इसके परिणाणामस्वरूप जेट भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी बन जाती परन्तु यह सौदा जून २००६ में रद्द हो गया। इसके पश्चात 12 अप्रैल 2007 को जेट INR14.5 अरब डॉलर (अमेरिका $ 340,000,000) में एयर सहारा को खरीदने के लिए सहमत हो गया। एयर सहारा को जेटलाइट नाम दिया गया और इसे लो कॉस्ट कर्रिएर और एक पूर्ण सेवा एयरलाइन के रूप में रखा गया।

पुरस्कार और सम्मान

जेट एयरवेज के सफलता के साथ-साथ नरेश गोयल का नाम भी भारतीय व्यापार जगत के बड़े उद्यमियों में गिना जाने लगा और उन्हें कई पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया।

  • अर्न्स्ट एंड यंग ने उन्हें साल 2000 में ‘एंट्रेप्रेनुएर ऑफ़ द ईयर अवार्ड फॉर सर्विसेज’ पुरस्कार से सम्मानित किया
  • इंडियन-अमेरिकन सेंटर फॉर पोलिटिकल अवेयरनेस द्वारा उन्हें ‘वैश्विक समुदाय के नेतृत्व और योगदान के लिए ‘आउटस्टैंडिंग एशियाई-भारतीय’ पुरस्कार दिया गया
  • वाणिज्यिक एयर ट्रांसपोर्ट के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए दो बार ‘एयरोस्पेस सम्मान’ (2000, 2004)
  • नरेश गोयल को निजी क्षेत्र में प्रशिक्षण एवं विकास में उत्कृष्टता के लिए पहला बीएम मुंजाल पुरस्कार पुरस्कार प्रदान किया गया

टाइमलाइन (जीवन घटनाक्रम)

1949: पंजाब के संगरूर में जन्म

1967: वाणिज्य में स्नातक की पढ़ाई पूरी की

1967-1974:  नरेश गोयल ने कई विदेशी एयरलाइनों के साथ कार्य किया

1993: जेट एयरवेज की स्थापना हुई

2000: अर्न्स्ट एंड यंग ने उन्हें ‘एंट्रेप्रेनुएर ऑफ़ द ईयर अवार्ड फॉर सर्विसेज’ पुरस्कार से सम्मानित किया

2005: जेट एयरवेज ने अपना IPO निकाला जो बहुत सफल रहा।

2007: जेट INR14.5 अरब डॉलर (अमेरिका $ 340,000,000) में एयर सहारा को खरीदने के लिए सहमत हो गया